एक ऑपरेटिंग सिस्टम उन प्रोग्राम्स का संग्रह होता है जो कंप्यूटर उपयोग करने से जुड़े कई तकनीकी विवरणों को संभालते हैं | कई प्रकार से , ऑपरेटिंग सिस्टम के बगैर आपका कंप्यूटर अनुपयोगी हो जायेगा |
कार्य
प्रत्येक कंप्यूटर में एक ही ऑपरेटिंग सिस्टम होता है और हर ऑपरेटिंग सिस्टम कई तरह के कार्य करते है।
इन कार्यों को समूहों में श्रेणीबद्ध किया जा सकता हैं।
• संसाधनों को नियंत्रित करना: ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के सभी साधनों में समन्वय करता है, जिस मैमोरी , प्रोसेसिंग, स्टोरेज और प्रिंटर व मॉनीटर जैसे उपकरण शामिल हैं। यह सिस्टम प्रदर्शन की निगरानी करता है, कामों को निर्धारित करता है सुरक्षा प्रदान करता है और कंप्यूटर शुरू को करता है।
• यूज़र इंटरफेस प्रदान करना ऑपरेटिंग सिस्टम से प्रयोक्ताओं को एक यूज़र इंटरफेस के जरिए एप्लीकेशन प्रोग्राम और कम्प्यूटर हार्डवेयर से इंटरेक्ट करने का मौका मिलता है। मूल रूप से , ऑपरेटिंग सिस्टम एक कैरेक्टर - बेस्ड इंटरफेस उपयोग करता है जिसमे प्रयोक्ता ऑपरेटिंग सिस्टम से लिखित आदेशों के माध्यम से संचार करता है जैसे ;"Copy A: report.txt C:" | आजकल , अधिकांश ऑपरेटिंग सिस्टम एक ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस ( जीयूआ ) का उपयोग करते हैं। जैसे की हमने अध्याय 3 में बताया है , ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस में ग्राफिकल एलिमेंट जैसे आइकन और विंडोज का उपयोग किया जाता है एक नया फिचर , वॉइस रिकॉग्निशन है , जो कोई भी ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ उपलब्ध है। इससे प्रयोक्ताओं को वॉइस कमांड द्वारा इंटरेक्ट करने का मौका मिलता है।
• रनिंग एप्लीकेशनस ऑपरेटिंग सिस्टम एप्लीकेशन को लोड और रन करते हैं जैसे वर्ड प्रोसेसर्स और स्प्रेडशीट। अधिकांश ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टीटास्किंग को स्पोर्ट्स करते हैं या मेमोरी में स्टोर की गई अलग - अलग एप्लिकेशन के बीच स्विच करने की क्षमता देता हैं। मल्टीटास्किंग से आप एक ही समय पर वर्ड और एक्सेल को चला सकते हैं , उसे फोरग्राउंड में रन हो रहे प्रोग्राम के तौर पर बनाया गया है। अन्य प्रोग्राम बैकग्राउंड में रन हो रहे होते हैं।
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